23-11-2012,आज मन कुछ ठीक नहीं है सुबह से हर काम गड़बड़ हो रहा है मम्मी से कह-कह कर थक जाता हु पर बो मुझे नहीं सुनती है क्योकि शायद उन्हे उनकी ही बात ठीक लगती है।
मेरा तलाक भी रुका हुआ है शादी 14 दिन चली और केस चलते 2साल होचुके तलाक पर आखरी फेसला अभी भी आना बाकी है।म्युचुअल डिवोर्स है आज 8 माह से लगा म्यूच्यूअल डाइवोर्स केस, डिवोर्स देने के लिए कोर्ट का मुख्य जज की छुट्टी पर चला गया जो डेट चाहिए थी उस डेट पर उसे बैंक से छुट्टी नहीं मिल सकती थी या फिर और कोई बात उसने एक माह और आगे की तारीख माँग ली केस ख़त्म होने और केस की सुनवाई के लिए इन्तजार बहुत ही कड़वा होता है।
3 दिसम्बर 2012 आखरी दिन हो और डाइवोर्स हो जाए। ऐसा नहीं की मैंने डाइवोर्स का फेसला जल्दी लिया उसने मुझे छूने नहीं दिया जब वो दूसरी बार उसके घर से लोट कर आई और हम दोनों के बीच अब कुछ नहीं था पर मुझे जब भी याद आती में उसे फ़ोन कर लेता उसके घर वाले कह देते वो तुमसे कोई बात नहीं करना चाहती है, उसे डिवोर्स चाहिए है मुझे लगा भी था की कोई लड़का उसके जीवन में है यह उसके मोबाइल एस एम एस से और उसकी मोबाइल छिपा के रखने या फिर उसे सिक्योरिटी लॉक लगा कर रखने की आदत से लगा था उसने मुझे उसका मोबाइल छूने से भी मना किया था।
आज हमारे घर की छोटी बहु ने भी बताया यह सच्ची बात थी जब उसकी शादी मुझसे होने लगी शादी का कार्ड देने बह जब वो उस लड़के के घर गई थी तो खूब रोई थी उस लड़के के घर वालो इसे समझाया था।
ऐसा लोग क्यों करते है प्यार जिससे है उसे समय रहते क्यों नहीं बोल देते है और उनका उत्तर खुदके दिमक में डाल लेते है सभी को प्यार होता है चाहे लड़का हो या लड़की फिर इस विषय में कोई किसी से कोई भी बात क्यों छिपता है।
जनवरी २९-२०१३ मेरी शादी दो दिन पहले मुझे फिर ऐसा लगा मुझे पुनः जिंदगी में धोखा मिलने वाला है में इस लड़की के घर गया और इससे पूछा तुम फ़ोन पर बहुत दिन से उखड़ी-उखड़ी बात क्यों कर रही हो और आज तुमने ऐसा क्यों कह दिया अब बहुत देर होगई है , शायद मेरे पूछने पर कि क्या सचमें तुम्हारी मर्जी से यह शादी हो रही है मुझसे शादी करोगी यह सवाल मैंने उससे कई बार पहले भी किया था उसका जबाब हमेशा से वही होता कि यदि मेरी मर्जी नहीं होती तो बात यहाँ तक नहीं बढ़ती, इसी जबाब कि वजह से में मान लेता था कि वह सचमे मुझसे शादी करना चाहती थी।
पर शादी से ठीक दोदिन पहले उसने जब ऐसा कहाँ कि अब बहुत देर होगई है तो मुझ से रहा नहीं गया और में उसके घर गया मम्मी मुझे रोकरही थी कि मतजाओ उधर उनके घर छोटी-छोटी बात पर जल्दी से फैसला मत लिया करो मेने कहाँ ठीक है में बस यह मालुम करने जा रहा हुँ कि कही दौबारा तो यह गलती नहीं कर रहा कि उस लड़की कि इक्छा ना हो और उसके घर वाले दबाव डाल कर शादी करा रहे हो। यह जानना बहुत जरुरी है।
उसके घर गया और सीधे सबको बुलाया यह कहकर कि मुझे आप सबसे एक बात साफ साफ कहनी है कही कोई इस लड़की पर दबाव तो नहीं सब ने कहा ऐसी कोई बात नहीं फिरभी इस लड़की से पूछ लो यदि अब या कभी भी इसने कहा कि बहुत देर होगई है तो इसका क्या मतलब है किस बात कि देरी होगई है मुझे शादी नहीं करनी इस लड़की से , मेरे इतना बोलते ही लड़की के दादा ने उसकी मम्मी पापा और छोटी बहनो के सामने लड़की को बुलाकर कहा यदि तुम शादी नहीं करना चाहती होतो आज और अभी बतादो कल को कोईबात सामने ना आए तुम्हारे सामने कोई दबाव नहीं है अभी कोई देर नहीं हुई। उस समय उसने सबके सामने बोला कि ये मुझसे बार बार क्यों पूछ रहे थे कि शादी तुम्हारी मर्जी से होरही है ना इसी लिए मेने कहदिया अब बहुत देर होगई है।
आज २९ जनवरी २०१३ है पूरी शादी में मुझे चिंता थी क्यों कि उसके आखो से आसू रुकते फिर झलकने लगते आखिर बात क्या थी मन कर रहा था कि शादी छोड़ कर भागजाऊ पर यह मोका ऐसा था कि मुझे उस घर कि ज्यादा चिंता थी अपनी जिंदगी से ज्यादा जिसके घर कि लड़की कि पहलीशादी हो और तो और उससे छोटी तीन बहन भी थी जो अभी स्कूल ही जाती है इसने बीए फाईनल का एग्जाम दिया था इस कि मम्मी और पापा दोनों काम करते और किसी तरह से इनका गुजारा होजाता है इनके मम्मी पापा का स्वभाव व्यौहार इतना अच्छा है कि बस मन को रोक लिया सबने सोचा कि लड़किया शादी में रोती है तो यह भी रो रही है।
इससे मेरी बात ४-८-२०१२ से होरही थी मैने इसे मोबाइल भी दिया था कि मुझसे यह जाये मुझे भी किसी को भूलने में और नया जीवन जीने में मदद मिलेगी। में इसे शादी के ३ दिनों तक ऐसा ही समझता रहा।
३१-१-२०१३ को इस लड़की जिसे में २९-१-२०१३ को घर लाया था मुझे कहती अभी कुछ समय दो मुझे मेंआपको अभी प्यारनही कर पाऊँगी , मेने सोचा और अपनी किस्मत को दोष देने लगा। पर अगले ही पल बोला ऐसा क्यों कहरही हो तुम इसने कहा में आपका साथ नहीं दे सकती हुँ , आप को जो करना हो कर लो मेने मना नहीं किया है।
अगले दिन १-२-२०१३ को इसकी बिदाई हुई , मुझ से इसके मोबाइल कि सिम मेरे मोबाइल में और मेरी सिम इसके मोबाइल में बदल गई थी, दोपहर को इसके जाने के बाद इसे कॉल किया कॉल नहीं लगा। साम को ४ बजे एक एस एम् एस आया जिसे मैने पढ़ा उस समय के लिए लगा कि शायद कोई इसकी सहेली ने किया होगा फिर ७ बजे पुनः एस एम् एस आया अब यह एस एम् एस कुछ चिंता जनक था। फिर ९ बजे एक और आया। अब यकीन होगया। कि यह एस एम् एस आम बात नहीं है। अब मुझे साडी रात यही जानने में लग गई कि एस एम् एस किया किसने होगा। वह यदि लड़की है तो कोई बात नहीं पर लड़का है तो बात ठीक नहीं है। और सुबह ५ बजे मैने उस मोबाइल कि जानकारी निकलने के लिए अपने दिमाग को चलाया १०० रूपये का ऑनलाइन रिचार्ज किया उस नंबर के धारक का नाम पता चला।
अब यह पता करना था कि यह आदमी है याकोई इनका दूर का रिस्तेदार तो नहीं है पर यदि होता तो इसकी जाती अलग नहीं होती तो याग साफ था कि यह एक धर्म का भी नहीं था उसके नाम के सहारे सुबह सुबह उसके घर (अपने ससुराल ) गया और ससुर को दूर ले जाकर लड़की के मोबाइल पर आए एस एम् एस कि जानकारी दी वो अभी भी नहीं समझे कि में उन्हें यह सब किस बिना पर बता रहा हु , में उस रिचार्ज कि प्रिंट आउट भी लेकर गया था जिससे में उन्हें यकीन दिलाने में कामयाब हुआ कि उनकी लड़की किसी और के संपर्क में है और उन्हे भनक भी नहीं लगी कि कब उनकी लड़की किसी को चाहने लगी है , पर आप को ताजुब होगा कि जब मेने उसका नाम बताया और पूछा कि आप इस नाम के लड़के को जानते हो तो उन्होंने कहा कि यह तो शादी सुदा आदमी है जिसके २ बच्चे भी है इसी कैसी हरकत करेगा मेने कहा हमे पता आपकी लड़की से ही करना होगा वाही सही बात बताएगी और जब लड़की से पूछा तो उसने सबके सामने कबूल लिया बो इस लड़के को ५-६ साल से जानती है और बहुत प्यार करती है।
यह सुनकर मेरी आखो में पानी झलकने लगा और उनके पापा (मेरे ससुर) कि आखो में भी फिर सभी रोने लगे उसकी मम्मी ने उस लड़की से कहा कि तुझे सरम नहीं आई एक शादी शुदा आदमी से प्यार करने में कोई लड़का होता तो भी कोई बात थी। इस लड़की ने हमे कही का नहीं छोड़ा हेराम।
में ने उसे छोड़ने का फैसला किया तुरंत और घर कि और आने लगा तभी लड़की ने मेरे पैरो में गिर कर गले से लिपट कर रोने लगी। और बोली अब में कभी उन्हे फ़ोन नहीं करुँगी मुझे आप लेचलो नहीं तो मरजाउंगी हमारा कोई शारीरिक नहीं था बस दूर से बाते और एस एम् एस ही चलते थे। मेने भी कुछ पल सोचा मेरी दूसरी शादी है इसकी बात एक बार मान कर देखु यदि यह सुधरती है तो इससे अच्छा कोई नहीं हो सकता है मेरी जिंदगी में क्योकि इसने खुद कबूला और खुद आज रो-रो कर कह रही है , में पिघलगाया और दूसरे दिन लेने आने का वादा देकर चला आया अपने घर दूसरे दिन घर से कुछ लोग गए और उसे ले आये।
आज ४-११-२०१३ को हमारी एक संतान लड़की हुई इसने २०-११-२०१३ को मुझ से कहा कि आपने मेरी सारी जिंदगीख़राब करदी। गलत कोन है मै या उसके माँ-बाप या हालात यदि बो ऐसा ही बोलती रही तो में एक दिन जरूर सब कुछ छोड़ कर दुनिया से दूर चला जाउंगा या फिर घर से भाग जाउंगा।
***यही है प्यार क्या? और उसके साइड इफ्फेक्ट!****
मेरा तलाक भी रुका हुआ है शादी 14 दिन चली और केस चलते 2साल होचुके तलाक पर आखरी फेसला अभी भी आना बाकी है।म्युचुअल डिवोर्स है आज 8 माह से लगा म्यूच्यूअल डाइवोर्स केस, डिवोर्स देने के लिए कोर्ट का मुख्य जज की छुट्टी पर चला गया जो डेट चाहिए थी उस डेट पर उसे बैंक से छुट्टी नहीं मिल सकती थी या फिर और कोई बात उसने एक माह और आगे की तारीख माँग ली केस ख़त्म होने और केस की सुनवाई के लिए इन्तजार बहुत ही कड़वा होता है।
3 दिसम्बर 2012 आखरी दिन हो और डाइवोर्स हो जाए। ऐसा नहीं की मैंने डाइवोर्स का फेसला जल्दी लिया उसने मुझे छूने नहीं दिया जब वो दूसरी बार उसके घर से लोट कर आई और हम दोनों के बीच अब कुछ नहीं था पर मुझे जब भी याद आती में उसे फ़ोन कर लेता उसके घर वाले कह देते वो तुमसे कोई बात नहीं करना चाहती है, उसे डिवोर्स चाहिए है मुझे लगा भी था की कोई लड़का उसके जीवन में है यह उसके मोबाइल एस एम एस से और उसकी मोबाइल छिपा के रखने या फिर उसे सिक्योरिटी लॉक लगा कर रखने की आदत से लगा था उसने मुझे उसका मोबाइल छूने से भी मना किया था।
आज हमारे घर की छोटी बहु ने भी बताया यह सच्ची बात थी जब उसकी शादी मुझसे होने लगी शादी का कार्ड देने बह जब वो उस लड़के के घर गई थी तो खूब रोई थी उस लड़के के घर वालो इसे समझाया था।
ऐसा लोग क्यों करते है प्यार जिससे है उसे समय रहते क्यों नहीं बोल देते है और उनका उत्तर खुदके दिमक में डाल लेते है सभी को प्यार होता है चाहे लड़का हो या लड़की फिर इस विषय में कोई किसी से कोई भी बात क्यों छिपता है।
जनवरी २९-२०१३ मेरी शादी दो दिन पहले मुझे फिर ऐसा लगा मुझे पुनः जिंदगी में धोखा मिलने वाला है में इस लड़की के घर गया और इससे पूछा तुम फ़ोन पर बहुत दिन से उखड़ी-उखड़ी बात क्यों कर रही हो और आज तुमने ऐसा क्यों कह दिया अब बहुत देर होगई है , शायद मेरे पूछने पर कि क्या सचमें तुम्हारी मर्जी से यह शादी हो रही है मुझसे शादी करोगी यह सवाल मैंने उससे कई बार पहले भी किया था उसका जबाब हमेशा से वही होता कि यदि मेरी मर्जी नहीं होती तो बात यहाँ तक नहीं बढ़ती, इसी जबाब कि वजह से में मान लेता था कि वह सचमे मुझसे शादी करना चाहती थी।
पर शादी से ठीक दोदिन पहले उसने जब ऐसा कहाँ कि अब बहुत देर होगई है तो मुझ से रहा नहीं गया और में उसके घर गया मम्मी मुझे रोकरही थी कि मतजाओ उधर उनके घर छोटी-छोटी बात पर जल्दी से फैसला मत लिया करो मेने कहाँ ठीक है में बस यह मालुम करने जा रहा हुँ कि कही दौबारा तो यह गलती नहीं कर रहा कि उस लड़की कि इक्छा ना हो और उसके घर वाले दबाव डाल कर शादी करा रहे हो। यह जानना बहुत जरुरी है।
उसके घर गया और सीधे सबको बुलाया यह कहकर कि मुझे आप सबसे एक बात साफ साफ कहनी है कही कोई इस लड़की पर दबाव तो नहीं सब ने कहा ऐसी कोई बात नहीं फिरभी इस लड़की से पूछ लो यदि अब या कभी भी इसने कहा कि बहुत देर होगई है तो इसका क्या मतलब है किस बात कि देरी होगई है मुझे शादी नहीं करनी इस लड़की से , मेरे इतना बोलते ही लड़की के दादा ने उसकी मम्मी पापा और छोटी बहनो के सामने लड़की को बुलाकर कहा यदि तुम शादी नहीं करना चाहती होतो आज और अभी बतादो कल को कोईबात सामने ना आए तुम्हारे सामने कोई दबाव नहीं है अभी कोई देर नहीं हुई। उस समय उसने सबके सामने बोला कि ये मुझसे बार बार क्यों पूछ रहे थे कि शादी तुम्हारी मर्जी से होरही है ना इसी लिए मेने कहदिया अब बहुत देर होगई है।
आज २९ जनवरी २०१३ है पूरी शादी में मुझे चिंता थी क्यों कि उसके आखो से आसू रुकते फिर झलकने लगते आखिर बात क्या थी मन कर रहा था कि शादी छोड़ कर भागजाऊ पर यह मोका ऐसा था कि मुझे उस घर कि ज्यादा चिंता थी अपनी जिंदगी से ज्यादा जिसके घर कि लड़की कि पहलीशादी हो और तो और उससे छोटी तीन बहन भी थी जो अभी स्कूल ही जाती है इसने बीए फाईनल का एग्जाम दिया था इस कि मम्मी और पापा दोनों काम करते और किसी तरह से इनका गुजारा होजाता है इनके मम्मी पापा का स्वभाव व्यौहार इतना अच्छा है कि बस मन को रोक लिया सबने सोचा कि लड़किया शादी में रोती है तो यह भी रो रही है।
इससे मेरी बात ४-८-२०१२ से होरही थी मैने इसे मोबाइल भी दिया था कि मुझसे यह जाये मुझे भी किसी को भूलने में और नया जीवन जीने में मदद मिलेगी। में इसे शादी के ३ दिनों तक ऐसा ही समझता रहा।
३१-१-२०१३ को इस लड़की जिसे में २९-१-२०१३ को घर लाया था मुझे कहती अभी कुछ समय दो मुझे मेंआपको अभी प्यारनही कर पाऊँगी , मेने सोचा और अपनी किस्मत को दोष देने लगा। पर अगले ही पल बोला ऐसा क्यों कहरही हो तुम इसने कहा में आपका साथ नहीं दे सकती हुँ , आप को जो करना हो कर लो मेने मना नहीं किया है।
अगले दिन १-२-२०१३ को इसकी बिदाई हुई , मुझ से इसके मोबाइल कि सिम मेरे मोबाइल में और मेरी सिम इसके मोबाइल में बदल गई थी, दोपहर को इसके जाने के बाद इसे कॉल किया कॉल नहीं लगा। साम को ४ बजे एक एस एम् एस आया जिसे मैने पढ़ा उस समय के लिए लगा कि शायद कोई इसकी सहेली ने किया होगा फिर ७ बजे पुनः एस एम् एस आया अब यह एस एम् एस कुछ चिंता जनक था। फिर ९ बजे एक और आया। अब यकीन होगया। कि यह एस एम् एस आम बात नहीं है। अब मुझे साडी रात यही जानने में लग गई कि एस एम् एस किया किसने होगा। वह यदि लड़की है तो कोई बात नहीं पर लड़का है तो बात ठीक नहीं है। और सुबह ५ बजे मैने उस मोबाइल कि जानकारी निकलने के लिए अपने दिमाग को चलाया १०० रूपये का ऑनलाइन रिचार्ज किया उस नंबर के धारक का नाम पता चला।
अब यह पता करना था कि यह आदमी है याकोई इनका दूर का रिस्तेदार तो नहीं है पर यदि होता तो इसकी जाती अलग नहीं होती तो याग साफ था कि यह एक धर्म का भी नहीं था उसके नाम के सहारे सुबह सुबह उसके घर (अपने ससुराल ) गया और ससुर को दूर ले जाकर लड़की के मोबाइल पर आए एस एम् एस कि जानकारी दी वो अभी भी नहीं समझे कि में उन्हें यह सब किस बिना पर बता रहा हु , में उस रिचार्ज कि प्रिंट आउट भी लेकर गया था जिससे में उन्हें यकीन दिलाने में कामयाब हुआ कि उनकी लड़की किसी और के संपर्क में है और उन्हे भनक भी नहीं लगी कि कब उनकी लड़की किसी को चाहने लगी है , पर आप को ताजुब होगा कि जब मेने उसका नाम बताया और पूछा कि आप इस नाम के लड़के को जानते हो तो उन्होंने कहा कि यह तो शादी सुदा आदमी है जिसके २ बच्चे भी है इसी कैसी हरकत करेगा मेने कहा हमे पता आपकी लड़की से ही करना होगा वाही सही बात बताएगी और जब लड़की से पूछा तो उसने सबके सामने कबूल लिया बो इस लड़के को ५-६ साल से जानती है और बहुत प्यार करती है।
यह सुनकर मेरी आखो में पानी झलकने लगा और उनके पापा (मेरे ससुर) कि आखो में भी फिर सभी रोने लगे उसकी मम्मी ने उस लड़की से कहा कि तुझे सरम नहीं आई एक शादी शुदा आदमी से प्यार करने में कोई लड़का होता तो भी कोई बात थी। इस लड़की ने हमे कही का नहीं छोड़ा हेराम।
में ने उसे छोड़ने का फैसला किया तुरंत और घर कि और आने लगा तभी लड़की ने मेरे पैरो में गिर कर गले से लिपट कर रोने लगी। और बोली अब में कभी उन्हे फ़ोन नहीं करुँगी मुझे आप लेचलो नहीं तो मरजाउंगी हमारा कोई शारीरिक नहीं था बस दूर से बाते और एस एम् एस ही चलते थे। मेने भी कुछ पल सोचा मेरी दूसरी शादी है इसकी बात एक बार मान कर देखु यदि यह सुधरती है तो इससे अच्छा कोई नहीं हो सकता है मेरी जिंदगी में क्योकि इसने खुद कबूला और खुद आज रो-रो कर कह रही है , में पिघलगाया और दूसरे दिन लेने आने का वादा देकर चला आया अपने घर दूसरे दिन घर से कुछ लोग गए और उसे ले आये।
आज ४-११-२०१३ को हमारी एक संतान लड़की हुई इसने २०-११-२०१३ को मुझ से कहा कि आपने मेरी सारी जिंदगीख़राब करदी। गलत कोन है मै या उसके माँ-बाप या हालात यदि बो ऐसा ही बोलती रही तो में एक दिन जरूर सब कुछ छोड़ कर दुनिया से दूर चला जाउंगा या फिर घर से भाग जाउंगा।
***यही है प्यार क्या? और उसके साइड इफ्फेक्ट!****